रिपोर्टर – शिवानंद निर्मलकर, तिल्दा-नेवरा (जिला रायपुर, छत्तीसगढ़)
ग्राम पंचायत अल्दा में फर्जी एनओसी मामले को लेकर ग्रामीणों का आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि पूर्व सरपंच श्रीमति केशर वर्मा ने श्री बालाजी स्पंज एवं पावर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की स्थापना के लिए फर्जी तरीके से एनओसी जारी किया है।
इस मामले में तीन से चार सौ ग्रामीण थाना नेवरा, तिल्दा पहुंचे थे और एफआईआर दर्ज कराने की मांग की। मौके पर पहुँचे अनुविभागीय अधिकारी (SDM) ने जांच के बाद एफआईआर दर्ज करने की बात कही थी। इसके बाद जाँच के लिए एक टीम गठित की गई, जिसमें जनपद CEO, तहसीलदार, नायब तहसीलदार और पुलिस अधिकारी शामिल थे।
जाँच टीम की कार्यवाही
जाँच टीम ने गाँव के 11 लोगों का बयान दर्ज किया, जिसमें सभी ने ग्रामसभा रजिस्टर में हेराफेरी की बात स्वीकार की। इसके बावजूद, एक माह बीत जाने के बाद भी ग्रामीणों को जाँच प्रतिवेदन उपलब्ध नहीं कराया गया है।
ग्रामीणों का आक्रोश
- ग्रामीणों का कहना है कि जाँच रिपोर्ट का आश्वासन सप्ताहभर में दिया गया था, लेकिन अभी तक उन्हें कोई प्रतिवेदन प्राप्त नहीं हुआ।
- 20 अगस्त को ग्रामीण बड़ी संख्या में SDM कार्यालय पहुँचे और ज्ञापन सौंपते हुए चेतावनी दी कि यदि सात दिनों के भीतर रिपोर्ट नहीं दी गई, तो वे कार्यालय का घेराव और धरना-प्रदर्शन करेंगे।
मुख्य बिंदु
- फर्जी एनओसी का आरोप: पूर्व सरपंच पर कंपनी को लाभ पहुँचाने के लिए फर्जी एनओसी जारी करने का आरोप।
- ग्रामीणों का विरोध: FIR और रिपोर्ट की प्रति उपलब्ध कराने की मांग।
- जाँच टीम गठित: जनपद CEO, तहसीलदार, नायब तहसीलदार और पुलिस अधिकारी शामिल।
- कार्यवाही की मांग: दोषियों पर पंचायत राज अधिनियम के तहत कार्रवाई की मांग।
अब देखना यह होगा कि अनुविभागीय अधिकारी ग्रामीणों की मांग को कितना गंभीरता से लेते हैं और क्या दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होती है या नहीं।
