✍️ N भारत लोकदर्शन न्यूज| जिला ब्यूरो चीफ – अर्चना वर्मा
बलौदाबाजार।
क्षेत्र में किसानों को अब सरकारी सोसायटी में यूरिया खाद के लिए जद्दोजहद करनी पड़ रही है। किसान हितैषी होने का दावा करने वाली सरकार, किसानों को समय पर यूरिया उपलब्ध कराने में पूरी तरह विफल साबित हो रही है। मजबूरी में किसानों को निजी विक्रेताओं से मनमाने दामों पर खाद खरीदना पड़ रहा है। यह आरोप क्षेत्र के विधायक इंद्र साव ने लगाए हैं।

विधायक ने कहा कि जब किसानों को डीएपी की जरूरत थी, तब भी सरकार खाद उपलब्ध नहीं करा पाई और अब यूरिया की भारी मांग के समय सरकारी सोसायटियों से खाद पूरी तरह गायब है। किसान मजबूरी में 266 रुपये के यूरिया के लिए 800 रुपये से अधिक की रकम चुका रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि खाद पर अब माफियाओं का कब्जा हो चुका है और प्रशासन कार्रवाई के नाम पर सिर्फ आदेश जारी कर रहा है।
इंद्र साव का आरोप
- किसानों को सोसायटियों से खाद नहीं मिल रहा, निजी दुकानों से महंगे दाम पर लेने मजबूर।
- भाजपा सरकार पर्याप्त मात्रा में यूरिया की मांग केंद्र से नहीं कर रही।
- जमाखोरों और कालाबाजारी करने वालों को सत्ता का संरक्षण।
- खाद की कमी से खरीफ फसलों की वृद्धि पर संकट।
विधायक इंद्र साव ने कहा कि कालाबाजारी रोकने में जिला प्रशासन नाकाम साबित हुआ है, जिससे माफियाओं के हौसले बुलंद हैं और किसान दोहरी मार झेल रहे हैं। कर्ज लेकर खेती करने वाले किसानों की मेहनत और लागत पर अब संकट मंडरा रहा है।
उन्होंने सरकार से किसानों के हित में तुरंत पर्याप्त मात्रा में यूरिया उपलब्ध कराने और जमाखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
