एन भारत न्यूज | गरियाबंद
गरियाबंद ज़िले के गांधी मैदान में पिछले शुक्रवार को एक अद्भुत मिसाल देखने को मिली, जब 80 वर्षीय बुजुर्ग अहमद बैग ने पारिवारिक संपत्ति विवाद के खिलाफ 30 घंटे तक भूख हड़ताल कर न्याय की लड़ाई लड़ी। मामला मैनपुर ब्लॉक का है, जहां उनके बेटे और बहू ने कथित रूप से उनकी जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया था।
प्रारंभ में प्रशासनिक अफसरों ने उन्हें मनाने का भरसक प्रयास किया, लेकिन अहमद बैग का साफ कहना था—“जब तक जमीन वापस नहीं मिलेगी, अनशन खत्म नहीं होगा।”
शनिवार को मैनपुर एसडीएम तुलसी मरकाम ने खुद धरनास्थल पर पहुंचकर भरोसा दिलाया कि उन्हें उनकी जमीन वापस दिलाई जाएगी। एसडीएम के आश्वासन पर बुजुर्ग ने अनशन समाप्त किया।
इसके तत्काल बाद प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस और राजस्व टीम के साथ अहमद बैग को मैनपुर ले जाकर उनकी जमीन का ताला तुड़वाया और उन्हें फिर से कब्जा दिलाया।
इस न्यायपूर्ण कार्रवाई के बाद अहमद बैग की आंखों में आंसू छलक पड़े, लेकिन यह आंसू थे संघर्ष की जीत और प्रशासन की संवेदनशीलता के।
एन भारत न्यूज के लिए गरियाबंद से रिपोर्ट
✍️ रवि शंकर गुप्ता
संपादक – एन भारत न्यूज
