संवाददाता: सौरभ साहू | लोकेशन: सूरजपुर, छत्तीसगढ़
सूरजपुर।
सूरजपुर जिले में आखिरकार वह दिन आ गया जिसका लंबे समय से इंतज़ार था। विवादों में घिरी और शिक्षकों पर मनमानी का आरोप झेल रहीं जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) श्रीमती भारती वर्मा का तबादला होते ही जिलेभर के शिक्षकों में हर्ष की लहर दौड़ गई।

शिक्षकों ने फोड़े पटाखे, बांटी मिठाइयां
डीईओ के तबादले की खबर मिलते ही शिक्षक साझा मंच के नेतृत्व में अग्रसेन चौक पर शिक्षकों ने पटाखे फोड़े और मिठाइयां बांटकर अपनी खुशी जाहिर की। मंच के जिला संचालक सचिन त्रिपाठी और यादवेन्द्र दुबे ने बताया कि वर्मा के तानाशाही रवैये और अनियमित आदेशों ने जिले की शिक्षा व्यवस्था को गंभीर रूप से प्रभावित किया।

युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया में हुए भ्रष्टाचार से टूटा धैर्य
हाल ही में युक्तियुक्तकरण (री-शफलिंग) की प्रक्रिया के दौरान शिक्षकों पर मनमाने आदेश थोपे गए। आरोप है कि वर्मा के मार्गदर्शन में इस प्रक्रिया में भ्रष्टाचार और अनियमितताओं का बोलबाला रहा। नियमों की अनदेखी करते हुए शिक्षकों पर मानसिक दबाव बनाया गया, विरोध करने वालों को निलंबित तक किया गया।

तानाशाही के विरुद्ध पहली बार शिक्षकों का खुला विरोध
जिले के शिक्षकों ने पहली बार किसी वरिष्ठ अधिकारी के खिलाफ इस स्तर पर विरोध दर्ज कराया। साझा मंच के नेताओं ने बताया कि वर्मा के व्यवहार से न सिर्फ शिक्षक, बल्कि उनके कार्यालयीन कर्मचारी, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (BEO), मीडिया प्रतिनिधि और जनप्रतिनिधि तक असंतुष्ट थे।
छत्तीसगढ़ के अन्य जिलों में भी रहा विवादित कार्यकाल
सूरजपुर से पहले जांजगीर-चांपा और कांकेर जिलों में भी वर्मा का कार्यकाल अल्पकालिक और विवादों से घिरा रहा। सूरजपुर में भी वे छह महीने से अधिक नहीं टिक सकीं।
जनप्रतिनिधियों व मीडिया का जताया आभार
शिक्षकों ने इस बदलाव के लिए प्रदेश की मंत्री, स्थानीय विधायक, भाजपा जिलाध्यक्ष मुरली सोनी और पत्रकार साथियों का आभार जताया, जिन्होंने शिक्षकों की पीड़ा को सरकार तक पहुंचाया।

अब बर्दाश्त नहीं होगी मनमानी
शिक्षक साझा मंच के पदाधिकारियों ने स्पष्ट किया कि अब जिले में किसी भी अधिकारी की तानाशाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आगे भी एकजुट होकर शिक्षा व्यवस्था को पटरी से उतारने वालों के खिलाफ आवाज उठाई जाएगी।
इस अवसर पर मंच के सक्रिय सदस्य सहादत अली, राकेश शुक्ला, गौतम शर्मा, संजय यादव, कृष्णा सोनी, भुनेश्वर सिंह, राकेश गौतम, कमल किशोर पाण्डेय, राधेश्याम साहू, मुन्ना प्रसाद सोनी, पिंकू शर्मा, विजेन्द्र जायसवाल, संतोष गुप्ता, रजनीश तिवारी, आशीष जायसवाल, अंकित कोसरिया, जोगेन्द्र भास्कर, दिनेश साहू और नागेन्द्र यादव उपस्थित रहे।
