नवनीत चांद के नेतृत्व में बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा ने तहसीलदार से की मुलाकात, जांच की मांग उठाई

जगदलपुर। भोले-भाले आदिवासी ग्रामीणों को उनकी ही पुश्तैनी जमीन से बेदखल करने के षड्यंत्र के खिलाफ बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा एवं जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने आज तीखा विरोध जताया।
जननेता नवनीत चांद के नेतृत्व में ग्राम पंचायत कुरंदी-2 और ग्राम चिलकुटी के सैकड़ों ग्रामीणों ने जगदलपुर तहसीलदार से मुलाकात कर अपनी पीड़ा रखी।
नवनीत चांद ने कहा कि—
“जगदलपुर से करीब 5 किलोमीटर दायरे में जमीन दलालों ने मिलीभगत कर दशकों से रह रहे ग्रामीणों की जमीनें हड़पनी शुरू कर दी हैं। यह गंभीर मामला तत्काल जांच और कार्रवाई की मांग करता है।”
उन्होंने बताया कि कुछ भू-माफिया फर्जी पट्टे बनाकर और नक्शा ग़लत तरीके से बैठाकर सरकारी एवं निजी जमीनों पर कब्जा कर रहे हैं। जिन जमीनों पर ग्रामीण 40–50 वर्षों से रह रहे हैं, उन्हीं पर अब दलालों की नजर है।
मुक्ति मोर्चा ने तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की है।
संयोजक ने प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल उठाते हुए कहा—
“भू-माफियाओं को सत्ता संरक्षण प्राप्त है। राजस्व अधिकारियों की मिलीभगत से ग्रामीणों के साथ जमीन धोखाधड़ी की घटनाएँ बढ़ रही हैं। शिकायतें बार-बार जिला प्रशासन तक पहुँचाई गईं, पर कार्रवाई न होना गंभीर सवाल खड़ा करता है।”
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र न्याय नहीं मिला, तो बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ग्रामीणों के साथ प्रशासनिक कार्यालयों का घेराव करेंगे।
इस दौरान मोर्चा और कांग्रेस (जे) के पदाधिकारी — मोतीराम गोयल, समनलू कश्यप, बकतूराम गोयल, भारत गोयल, सुदर्शन बघेल, धनर बघेल, शंकर बघेल, रामू गोयल, खागूराम गोयल, डमरू धार, किरण कश्यप, सगनीराम बघेल, हेमधर बघेल, बुद्रु गोयल, कमलोचन गोयल, भानसिंह गोयल, धनी गोयल, गुरुवार गोयल, कलावती कश्यप, महिला मोर्चा अध्यक्ष प्रिया यादव, शहर मंडल अध्यक्ष मेहताब सिंह, शहर महामंत्री सुरेश कुमार नाग, आकाश जॉन, कमल बघेल, निहारिका बघेल, इरफान हुसैन, अंजू हुसैन, सूरज गायकवाड़ सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
