N bharat,,,,,रायपुर – सिविल लाइन थाने का मामला 15 जुलाई को NSUI द्वारा आयोजित शांतिपूर्ण घेराव कार्यक्रम के बाद, प्रदेश में लोकतांत्रिक अधिकारों का खुला उल्लंघन करते हुए, पुलिस प्रशासन द्वारा NSUI के पदाधिकारियों पर मनमाने ढंग से FIR दर्ज की गई है।
FIR में जिन नामों को शामिल किया गया है, उनमें प्रमुख रूप से अनवर खान, कुणाल दुबे, अंकित बंजारे, संस्कार पांडे और अर्थव श्रीवास्तव शामिल हैं। सबसे हैरानी की बात यह है कि अंकित बंजारे, जो कि उस दिन के कार्यक्रम में उपस्थित ही नहीं थे, उनके खिलाफ भी FIR दर्ज कर दी गई है — यह पुलिस की दमनकारी मानसिकता और राजनीतिक दबाव में काम करने का प्रत्यक्ष प्रमाण है।
NSUI स्पष्ट रूप से इस प्रकार की कार्रवाई की निंदा करती है और मांग करती है कि:
1. इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाए।
2. जिन लोगों पर झूठे मुकदमे दर्ज किए गए हैं, उन्हें तुरंत राहत दी जाए।

3. पुलिस प्रशासन छात्रों की आवाज़ को दबाने के बजाय लोकतांत्रिक तरीकों से संवाद कायम करे।
NSUI का संघर्ष छात्रों और आम जनता के अधिकारों के लिए है, और हम किसी भी प्रकार की दमनकारी कार्रवाई से डरने वाले नहीं हैं। यह आंदोलन लोकतंत्र की रक्षा और युवाओं की आवाज को बुलंद करने के लिए जारी रहेगा।*चक्काजाम वा यातायात बाधित करने पर*
NSUI के पदाधिकारियों के खिलाफ FIR दर्ज,
रायपुर – सिविल लाइन थाने का मामला
स्वस्थ मंत्री निवास घेराव करने बड़ी संख्या में निकले थे एन.एस.यू.आई के कार्यकर्ता बीच सड़क पर पुलिस ने बेरीगेटिंग कर रोका*

15/07/2025 को पंडित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में हॉस्टल निर्माण की माँग को लेकर एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जैसवाल के निवास का घेराव किया था*
FIR में 5 नेताओं के नाम
कुणाल दुबे – प्रदेश सचिव
तारिक अनवर ख़ान – जिला उपाध्यक्ष
संस्कार पांडेय – जिला सचिव
अथर्व श्रीवास्तव
अंकित बंजारे एवं अन्य के ख़िलाफ़ भी मामला दर्ज हुआ है
