N bharat,,,,रायपुर। राजधानी रायपुर के शंकर नगर (गायत्री नगर) स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर में स्नान पूर्णिमा के पावन अवसर पर भगवान श्री जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा जी का पारंपरिक स्नान 108 पवित्र कलशों से विधिवत सम्पन्न हुआ। इसके साथ ही भगवान 15 दिनों के लिए ‘अनसर’ (एकांतवास) में रहेंगे और इस दौरान मंदिर के पट बंद रहेंगे।
*अनसर : ईश्वर का विश्राम काल*
धार्मिक मान्यता के अनुसार स्नान के बाद भगवान को त्रिदोष हो जाते हैं, जिसके चलते उन्हें औषधीय खिचड़ी अर्पित कर विश्राम कराया जाता है। इसे ‘अनसर’ कहा जाता है।
*रथयात्रा की भव्य तैयारियाँ*
श्री मिश्रा ने बताया कि आगामी 27 जून को भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा नगर भ्रमण के लिए रथों पर सवार होकर निकलेंगे। यह रथयात्रा न केवल एक धार्मिक आयोजन है, बल्कि समाज की एकता, संस्कृति और लोकजीवन का उत्सव भी है। उन्होंने कहा, “हम इस बार की रथयात्रा को और भी भव्य और स्मरणीय बनाने के लिए सभी वर्गों की भागीदारी सुनिश्चित कर रहे हैं।”
*लोकसंस्कृति और युवाओं को मिलेगा मंच*
रथयात्रा महोत्सव में ओड़िया और छत्तीसगढ़ी लोकसंस्कृति की सुंदर झलक देखने को मिलेगी। हजारों श्रद्धालु रथ खींचने की परंपरा में भाग लेंगे, और युवाओं के लिए यह आयोजन सांस्कृतिक मंच का कार्य करेगा।
*श्रद्धालुओं से संयम की अपील*
श्री मिश्रा ने श्रद्धालुओं से अपील की कि अनसर की अवधि में संयम और श्रद्धा बनाए रखें तथा रथयात्रा में शांति और अनुशासन के साथ सहभागिता करें। उन्होंने कहा, “यह आयोजन तभी सफल होगा जब हम सभी भक्तजन अनुशासन, सेवा और सहयोग की भावना से सहभागी बनें।”
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