खाद की किल्लत से किसान परेशान, सहकारी सोसाइटियों में नहीं मिल रहा है यूरिया, डीएपी
N bharat,,,रायपुर/20 अगस्त 2025। डीएपी खाद के बाद अब यूरिया के संकट के लिए सरकार को ज़िम्मेदार ठहराते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि समय पर यूरिया, डीएपी खाद नहीं मिलने से फसलों की वृद्धि रुकने लगी है, खरीफ के उत्पादन का संकट उत्पन्न हो गया है लेकिन यह सरकार अब तक सोई हुई है। सहकारी सोसाइटियों में यूरिया और डीएपी खाद का पर्याप्त भंडारण नहीं किया गया है जिसका फायदा खाद के कुछ निजी दुकानदार उठा रहे हैं। किसानों को 266 रुपए वाला यूरिया 1000 तक और 1350 रुपए प्रति बोरी वाला डीएपी 2000 तक में खरीदना पड़ रहा है। इस सरकार में जमाखोरों और कालाबाजारी करने वालों को खुली छूट है। कर्ज लेकर किसानी करने वाले किसानों को अब अपनी मेहनत और लागत की चिंता सता रही है, खरीफ की फसल पर सत्ता प्रायोजित संकट के बादल छा गये है।

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि मौसम छत्तीसगढ़ के किसानों के अनुकूल होने के बावजूद सरकार के दुर्भावना के चलते किसान आज संकट में है। किसानों की आवश्यकता से आधे खाद की उपलब्धता भी सहकारी सोसाइटियों में नहीं है। खरीफ के सीजन शुरू होने से 2 से 3 महीना पहले ही किसान अपने डिमांड संबंधित समितियों में लिखवा चुके थे, सरकार को समय पर खाद के रेक और भंडारण की व्यवस्था कर लेनी चाहिए थी, लेकिन सरकार की दुर्भावना, उपेक्षा और बदइंतजामी का खामियांजा प्रदेश के किसान भोगने मजबूर हैं।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि खाद संकट को लेकर भाजपा सरकार का चरित्र शुतुरमुर्ग की तरह है। यह सरकार नहीं चाहते कि छत्तीसगढ़ के किसान भरपूर पैदावार ले सकें, ताकि समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी कम करनी पड़े। यही कारण है कि यह सरकार खाद की किल्लत दूर करने और आपूर्ति सामान्य करने कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है। यदि व्यवस्था दुरुस्त नहीं की गई तो खाद संकट के खिलाफ कांग्रेस पूरे प्रदेश में किसानों के साथ आंदोलन करेगी।
