“प्रशासन नहीं चेता तो खुद हर बस की होगी जांच” – बस्तर मुक्ति मोर्चा और जनता कांग्रेस का ऐलान
📍 जगदलपुर, 24 जुलाई 2025
बस्तर में यात्री बसों में लगातार हो रही दुर्घटनाओं और यात्रियों के साथ हो रहे अमानवीय व्यवहार को लेकर बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ ने मोर्चा खोल दिया है। संगठन के संयोजक और जनता कांग्रेस के संभागीय अध्यक्ष श्री नवनीत चांद ने इस मुद्दे पर प्रशासन और परिवहन विभाग को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि बसों में यात्रियों के साथ जानवरों जैसा व्यवहार किया जा रहा है और जिम्मेदार अब भी गहरी नींद में हैं।
🚨 लगातार हादसे, मौन प्रशासन
प्रेस विज्ञप्ति जारी कर नवनीत चांद ने कहा,
“जगदलपुर से रायपुर, हैदराबाद और विशाखापट्टनम जाने वाली बसों में मुसाफिरों के साथ हो रही दुर्व्यवहार की घटनाएं, तेज रफ्तार के कारण दुर्घटनाएं, नियमों की अनदेखी और अधिकारियों की मिलीभगत से जनता असुरक्षित महसूस कर रही है।”
उन्होंने पूछा,
“हर छह महीने में सड़क सुरक्षा समिति बैठक करती है, गाइडलाइन जारी होती है – लेकिन क्या वास्तव में ज़मीनी असर दिखता है?”
🚌 बसों में नहीं है फर्स्ट एड, किराया सूची, ना ही फिटनेस जांच
श्री चांद ने गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि अधिकतर बसों में न तो फर्स्ट एड बॉक्स होता है, न स्वीकृत किराया दर चिपकाई जाती है और न ही ड्राइवर-कंडक्टर के नियमित स्वास्थ्य परीक्षण होते हैं। बसों में यात्रियों को जानवरों की तरह ठूंसकर भरा जाता है और परिवहन विभाग, आरटीओ और पुलिस चुप्पी साधे बैठे हैं।
🔍 अंतरराज्यीय सीमाओं पर भारी भ्रष्टाचार का आरोप
कोंटा (तेलंगाना सीमा), धनपूजी (उड़ीसा सीमा) और बीजापुर (महाराष्ट्र सीमा) सहित अंतरराज्यीय नाकों पर विभागीय अधिकारियों की महीना वसूली और भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि बस संचालक नियमों को ताक पर रखकर राजनीति के संरक्षण में बेलगाम दौड़ रहे हैं।
⚠️ स्पीड चेकिंग, ड्राइवर की शराब जांच नहीं होती
नवनीत चांद ने कहा कि हाईवे पेट्रोलिंग, ओवर स्पीडिंग की चेकिंग, और ड्राइवर की नशा जांच बिल्कुल नहीं हो रही, जिसके कारण आए दिन जानलेवा हादसे हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 600 से अधिक मौतें केवल इन लापरवाहियों के चलते हो चुकी हैं।
🔊 “अब चुप नहीं बैठेंगे – सड़क पर उतरकर हर बस की खुद करेंगे जांच”: नवनीत चांद
बस्तर मुक्ति मोर्चा और जनता कांग्रेस ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही:
- सभी बसों की परमिट की वैधता की जांच,
- स्वास्थ्य परीक्षण,
- अनुचित किराया वसूली,
- अवैध पार्किंग,
- और बस स्टाफ की कार्यशैली पर सख्त कार्यवाही नहीं की जाती,
तो वे हर जिले के बस स्टैंड पर बसों को रोककर स्वयं निरीक्षण करेंगे। इससे उत्पन्न होने वाली लॉ एंड ऑर्डर स्थिति की ज़िम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।
📣 “राजनीतिक मिलीभगत से मुसाफिरों की लूट और जान से खिलवाड़ अब बर्दाश्त नहीं” – जनता कांग्रेस
नवनीत चांद ने दो टूक कहा:
“अब जनता के धैर्य की परीक्षा ना ली जाए। अगर प्रशासन ने ठोस कार्रवाई नहीं की, तो हम सड़कों पर उतरकर व्यवस्था को जगाएंगे। यह केवल हादसों का मुद्दा नहीं, बल्कि हर छत्तीसगढ़वासी की सुरक्षा और गरिमा का सवाल है।”
