गरीब व्यापारियों की दुकानें जबरन हटाने पर बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा का विरोध, आंदोलन की चेतावनी
जगदलपुर। नगर निगम द्वारा फुटपाथ व्यापारियों की दुकानों को हटाने की कार्रवाई के विरोध में बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा और फुटपाथ व्यापारी महासंघ ने हाता ग्राउंड में जोरदार प्रदर्शन किया। मोर्चा के मुख्य संयोजक एवं महासंघ के संरक्षक नवनीत चाँद के नेतृत्व में व्यापारी एकत्रित हुए और निगम प्रशासन के रवैये की तीखी आलोचना की।
प्रदर्शन के दौरान नवनीत चाँद ने कहा कि 2014 का फुटपाथ अधिनियम और संविधान का अनुच्छेद 19(1)(ख) नागरिकों को फुटपाथ पर व्यापार करने का अधिकार देता है। उन्होंने नगर निगम और राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि वे कानूनों का उल्लंघन कर गरीब व्यापारियों पर तुगलकी फरमान थोप रहे हैं।
उन्होंने जानकारी दी कि फुटपाथ व्यापारी महासंघ ने पूर्व में जिला कलेक्टर, नगर निगम आयुक्त, महापौर और विपक्ष के नेता से मिलकर ज्ञापन सौंपा था। इसमें मांग की गई थी कि शहर में फुटपाथ व्यापार के लिए एक स्थाई बाजार की स्थापना की जाए और समिति बनाकर स्थल का चयन शुरू किया जाए। साथ ही जब तक स्थाई समाधान नहीं निकलता, तब तक व्यापारियों को पुरानी जगह पर व्यापार की अस्थायी अनुमति दी जाए।
नवनीत चाँद ने निगम प्रशासन की कार्रवाई को “अमानवीय कृत्य” करार देते हुए कहा कि यदि इसी तरह गरीब व्यापारियों पर अत्याचार जारी रहा, तो बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा और फुटपाथ व्यापारी महासंघ संयुक्त रूप से सड़कों पर उतरकर आंदोलन के लिए विवश होंगे।
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