कब्रिस्तान की मांग, अधिकारों के संरक्षण और अत्याचारों पर जताई चिंता
जगदलपुर | 16 मई 2025(N.भारत न्यूज)
बस्तर मसीही समाज के विभिन्न सामाजिक एवं राजनीतिक संगठनों के नेताओं ने आज जगदलपुर स्थित जनता दरबार कार्यालय में आयोजित एक विशेष परिचर्चा में भाग लेकर समाज के समक्ष खड़ी ज्वलंत समस्याओं पर गहन मंथन किया।
परिचर्चा में राष्ट्रीय क्रिश्चियन मोर्चा के पदाधिकारियों सहित राजनीतिक दलों के मसीही समाज से जुड़े नेता, सामाजिक संगठन और युवा प्रतिनिधि बड़ी संख्या में शामिल हुए। इस बैठक को समाज के अधिकारों की रक्षा और एकजुटता की दिशा में प्रथम कदम माना जा रहा है।
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प्रमुख मुद्दे रहे केंद्र में:
मौलिक अधिकारों का हनन
कब्रिस्तान की सुविधा की कमी
कफन-दफन पर प्रतिबंध
अमानवीय घटनाएं और धार्मिक स्वतंत्रता में बाधा
नेताओं ने इन समस्याओं पर गहरी चिंता जताते हुए बस्तर मसीही समाज के भविष्य को लेकर एकजुटता और रणनीतिक कार्रवाई की आवश्यकता पर बल दिया।
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रणनीति का प्रारंभिक खाका तैयार
बैठक में तय किया गया कि यह परिचर्चा पहले चरण के रूप में है। आगामी चरणों में ब्लॉक स्तर से लेकर जिला स्तर तक सामाजिक बैठकें आयोजित की जाएंगी, जिनमें कानूनी, सामाजिक और प्रशासनिक समाधान की रणनीतियाँ तय की जाएंगी।
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प्रमुख उपस्थित नेता एवं पदाधिकारी:
नवनीत चाँद, प्रमुख संयोजक, बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा
सेमीयल नाथ, उपाध्यक्ष, जिला कांग्रेस कमेटी
रोजवीन दास, अध्यक्ष, कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ
सूर्या पानी एवं श्रीमती जोस्टीन भवानी, कांग्रेस पार्षद
मेहताब सिंह, अध्यक्ष, नगर मंडल, बस्तर मुक्ति मोर्चा
रेवरेंट ममनोज बाघ, अध्यक्ष, इंटर डिनॉमिनेशन चर्च फेलोशिप
अनिमेष दास, अध्यक्ष, इंटर डिनॉमिनेशन यूथ फेलोशिप
हिमांशु आनंद, अध्यक्ष, मुक्ति मोर्चा यूथ फेलोशिप
जेवियर जॉन, संभागीय सचिव, मुक्ति मोर्चा
आकाश जॉन, दलसाय नाग, भोला शंकर बघेल, अब्राहम सहित कई अन्य प्रतिनिधि
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संवेदनशील विषय पर एकजुटता का संदेश
नेताओं ने स्पष्ट किया कि समाज के साथ हो रहे भेदभाव और असमान व्यवहार को अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शांति, संविधान और कानून के दायरे में रहकर, समाज अपने अधिकारों की मांग करेगा और व्यापक स्तर पर जन-जागरण अभियान भी चलाया जाएगा।
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