दुर्ग में रेत माफिया का आतंक: शिवनाथ नदी से अवैध उत्खनन जारी, दो हाईवा जब्त, सड़कें टूटीं

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1 मई, 2025

दुर्ग – जिले के वार्ड-15 करहीडीह क्षेत्र में शिवनाथ नदी से अवैध रेत खनन का गोरखधंधा तेजी से फल-फूल रहा है। रात के अंधेरे में सैकड़ों हाईवा ट्रक रेत लादकर धमधा, भिलाई और दुर्ग की ओर रवाना हो रहे हैं। हाल ही में ट्रैफिक पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो हाईवा जब्त किए, लेकिन माफिया के हौसले अब भी बुलंद हैं।

 

रात के अंधेरे में सक्रिय रेत माफिया

 

स्थानीय लोगों के मुताबिक, जैसे ही शाम ढलती है, करहीडीह में अवैध रेत उत्खनन शुरू हो जाता है। सूत्रों के अनुसार, हर रात करीब 100 हाईवा ट्रक रेत से लदे निकलते हैं। स्थानीय निवासी चंदन यादव ने दावा किया है कि वह अपने मामा यशवंत साहू के साथ मिलकर खनिज विभाग की अस्थायी अनुमति पर दो चेन माउंटेन मशीनों से उत्खनन कर रहा है। हालांकि, वैधता को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं।

 

पुलिस की कार्रवाई, फिर भी माफिया बेखौफ

 

ट्रैफिक पुलिस ने चेकिंग अभियान के दौरान रेत से लदे दो हाईवा जब्त किए। इस कार्रवाई के बाद कुछ समय के लिए उत्खनन रुका, लेकिन जानकार मानते हैं कि यह केवल दिखावटी रोक हो सकती है। लगातार ट्रैफिक जाम और सड़क हादसों की संख्या बढ़ने से स्थानीय लोग नाराज हैं।

 

सीसी सड़कें भारी वाहनों से तबाह

 

दुर्ग नगर निगम द्वारा बनाई गई सीमेंटेड सड़कें जो हल्के वाहनों के लिए बनाई गई थीं, अब भारी हाईवा ट्रकों के भार से टूट चुकी हैं। सड़कें गड्ढों में तब्दील हो गई हैं, जिससे आमजन को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

 

खनिज विभाग का जवाब: कार्रवाई जारी है

 

खनिज विभाग के उप संचालक दीपक मिश्रा ने बताया कि करहीडीह में केवल एक वैध खदान है जो बीएसपी और अन्य उद्योगों को रॉयल्टी के तहत रेत की आपूर्ति करती है। अवैध उत्खनन की शिकायतों पर नियमित कार्रवाई की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।

 

अब सबकी निगाहें प्रशासन पर

 

रेत माफिया द्वारा की जा रही यह लूट न सिर्फ प्राकृतिक संसाधनों को नष्ट कर रही है, बल्कि सड़कें और स्थानीय जीवन भी प्रभावित हो रहा है। पुलिस और प्रशासन की छिटपुट कार्रवाई के बावजूद माफिया का नेटवर्क कमजोर नहीं पड़ा है। अब देखना यह है कि क्या प्रशासन इस अवैध कारोबार पर स्थायी लगाम लगा पाएगा।

 

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