जीवनदायनी इंद्रावती नदी पर एक्शन में मुक्ति मोर्चा उड़ीसा बाद बस्तर कलेक्टर से मुलाकात

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*मुक्ति मोर्चा के प्रमुख संयोजक नवनीत के नेतृत्व में मोर्चा ने बस्तर कलेक्टर एवं जल संसाधन ई से की मुलाकात*

* नवनीत ने कहा-प्राण दायिनी इंद्रावती के लिए मोर्चा हर स्तर में लड़ाई लड़ने तैयार जब तक निदान नहीं हो जाता हम अपनी लड़ाई जारी रखेंगे*

*जगदलपुर। निरंतर सूख रहे इंद्रावती नदी की अस्मिता और संरक्षण को लेकर अपनी आवाज बुलंद करने वाले बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा के प्रमुख संयोजक नवनीत चांद ने आज 7 अप्रैल को मोर्चा के पदाधिकारीयों के साथ बस्तर कलेक्टर एवं जल संसाधन विभाग के ई से मुलाकात की एवं सूख रही नदी को लेकर अपनी चिंता के साथ इंद्रावती नदी में जल संरक्षण उड़ीसा के साथ जल वितरण एवं सिंचाई को लेकर अपनी बात को रखा । विदित हो कि मोर्चा नवनीत के नेतृत्व में पहले ही कोरापुट कलेक्टर से मुलाकात कर जल बंटवारे समझौते के तहत निर्धारित जल छत्तीसगढ़ सीमा में बह रही नदी में छोड़ने एवं वर्तमान में उत्पन्न सूखे की स्थिति से समस्या से समाधान को लेकर अपनी बात रख चुकी है*

नवनीत ने कहा कि सूख रही इंदिरा नदी इंद्रावती नदी को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार बस्तर के निर्वाचित प्रतिनिधि एवं प्रशासन के साथ बस्तर के साथ उड़ीसा प्रशासन व सरकार के बीच इस विषय को गंभीरता से रखा जाना जरूरी था हमें विश्वास है कि समय रहते इस विषय में निदान ढूंढा जाएगा।

नवनीत ने कहा कि इस नदी के माध्यम से दोनों प्रदेश के सीमावर्ती किसान सिंचाई के माध्यम से दूरी फसल का लाभ प्राप्त करते हैं बांध एवं घरेलू व्यवस्था से जल आपूर्ति का कार्य संपन्न होता है ।

नवनीत ने जारी विज्ञप्ति में कहा है कि उड़ीसा सीमा में बह रही नदी की सहायक नाला जोरानाला में अतिरिक्त खुदाई गहराई के कारण छत्तीसगढ़ राज्य की ओर आने वाला 70% नदी का पानी जोरा नाला में बह रहा है । उन्होंने कहा कि इस विषय को लेकर आज हमने बस्तर कलेक्टर और जिला संसाधन के माननीय जिम्मेदारों के समक्ष भी अपनी बात रखी है ।

मुक्ति मोर्चा के नेता ने कहा कि केंद्रीय जल आयोग के निर्देश पर पूर्व में 24 दिसंबर 2003 को दोनों राज्य के जल संसाधन अभियंता स्तर की बैठक हुई थी तब ग्राम सुपदर में स्ट्रक्चर निर्माण किए जाने की बात तय हुई थी इसे लेकर छत्तीसगढ़ सरकार ने उड़ीसा को 49.00 करोड़ प्रदान किया था या 2011 में आरंभ होकर 2016 तक खत्म होना था परंतु अभी तक उड़ीसा राज्य सरकार के जल संसाधन विभाग द्वारा यह निर्माण कार्य नहीं हो सका है जिसके चलते रेत जमा हो गया और पानी छत्तीसगढ़ में कम , समस्या बढ़ी है। उन्होंने कहा कि समय रहते हल नहीं निकल गया था मोर्चा आगे की लड़ाई की रणनीति बना सड़कों पर उतरेगी। इस बस्तर मुक्ति मोर्चा के पद अधिकारियों के रूप में नगर मंडल अध्यक्ष मेहताब सिंह, महिला मोर्चा उपाध्यक्ष

प्रिया यादव, बस्तर विधानसभा अध्यक्ष नीलांबर भद्रे, विधानसभा महामंत्री नरपति बघेल,युवा विंग जिला अध्यक्ष आकाश आनंद, मुक्ति मोर्चा संभागीय कार्यालय प्रभारी के आकाश जॉन, कोंडागांव जिला महामंत्री उदय भंडारी, महिला मोर्चा नगर मंडल सचिव मोहनी सिंह, श्रीमती साहू, नगर मंडल सचिव धन सिंह बघेल, नगर मंडल महामंत्री कृष्ण कुमार आदि पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे!

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