छत्तीसगढ़ में फर्जी होम केयर सेवाओं का पर्दाफाश: जनता कांग्रेस ने सख्त कार्रवाई की मांग की

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रायपुर। छत्तीसगढ़ में फर्जी होम केयर सेवाओं का एक बड़ा घोटाला उजागर हुआ है। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने राज्य में सक्रिय इन फर्जी संस्थाओं के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग करते हुए स्वास्थ्य मंत्री, पुलिस विभाग और प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में बताया गया है कि पिछले 5 वर्षों से राज्य में “होम केयर” के नाम पर कई फर्जी संस्थाएं बेरोजगार युवाओं को ठग रही हैं और उनकी जिंदगी से खिलवाड़ कर रही हैं।

क्या है मामला?

ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि ये फर्जी संस्थाएं खुद को मान्यता प्राप्त होम केयर सेवा प्रदाता बताती हैं। वे लोगों को आकर्षक नौकरी और बेहतर भविष्य का लालच देकर उन्हें जाल में फंसाती हैं। रायपुर सहित राज्य के विभिन्न जिलों में बेरोजगार युवाओं को बिना किसी मान्यता और उचित प्रशिक्षण के “नर्स”, “केयर टेकर”, “डॉक्टर” और “फिजियोथेरेपिस्ट” के रूप में नियुक्त किया जाता है।

इन फर्जी संस्थाओं में कार्यरत युवाओं को घर-घर भेजकर काम कराया जाता है, लेकिन उनके पास कोई वैध डिग्री या प्रमाणपत्र नहीं होता। यह न केवल युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है, बल्कि आम जनता की जान को भी खतरे में डालने वाला मामला है।

ज्ञापन में दी गई जानकारी

जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के रायपुर संभाग अध्यक्ष योगेंद्र देवांगन ने ज्ञापन के माध्यम से 37 फर्जी होम केयर सेवाओं की सूची दी है। इसमें “प्रथम होम केयर सर्विस”, “श्री आशीर्वाद होम केयर”, “हरे कृष्णा होम केयर”, “लाइफ नर्सिंग होम केयर”, “प्रगति होम नर्सिंग सर्विस” और अन्य शामिल हैं।

प्रमुख आरोप और मांगें

1. जनता के साथ धोखाधड़ी: फर्जी संस्थाएं बिना मान्यता के स्वास्थ्य सेवाएं देकर आम लोगों की जान को खतरे में डाल रही हैं।

2. बेरोजगार युवाओं का शोषण: इन्हें रोजगार देने के नाम पर ठगा जा रहा है और बिना प्रशिक्षण के जोखिम भरे कामों में लगाया जा रहा है।

3. प्रशासन की उदासीनता: बार-बार शिकायतों के बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

जनता कांग्रेस ने प्रशासन से निम्नलिखित मांगें की हैं:

इन फर्जी संस्थाओं की गहन जांच कराई जाए।

दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।

बेरोजगार युवाओं को न्याय दिलाया जाए और उनके साथ हो रहे शोषण को तुरंत रोका जाए।

अधिकारियों को सौंपा गया ज्ञापन

ज्ञापन की प्रतियां चिकित्सा शिक्षा विभाग, पुलिस महानिदेशक, रायपुर कलेक्टर, स्वास्थ्य अधिकारी और श्रम विभाग को सौंपी गई हैं।

72 घंटे का अल्टीमेटम

योगेंद्र देवांगन ने चेतावनी दी है कि अगर 72 घंटों के भीतर इन फर्जी संस्थाओं पर कार्रवाई नहीं की गई, तो जनता कांग्रेस बड़ा आंदोलन करेगी। उन्होंने कहा कि यह मामला सिर्फ युवाओं के भविष्य का नहीं, बल्कि राज्य की जनता की सुरक्षा का भी है।

आगे की रणनीति

अगर प्रशासन कार्रवाई में विफल रहता है, तो जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) स्वास्थ्य विभाग और संबंधित अधिकारियों का घेराव करेगी। पार्टी ने स्पष्ट किया है कि जनता और बेरोजगार युवाओं के हितों की रक्षा के लिए वह हर स्तर पर संघर्ष करेगी।

(रिपोर्ट: जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ कार्यालय)

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