N bharat,,,रायपुर।में लाईफ वर्सिटी मासिक पत्रिका की पहल पर एवं श्री गणेश विनायक फाउंडेशन तथा लक्ष्य फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में “लाईफ वर्सिटी ज्ञानदीप सम्मान” समारोह का आयोजन हुआ। यह विशेष आयोजन श्री गणेश विनायक आई हॉस्पिटल के कॉन्फ्रेंस हॉल में पॉजिटिव हेल्थ जोन के सहयोग से सम्पन्न हुआ।

कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों से आए 51 शिक्षकों को सम्मानित किया गया, जो विद्यालय की चारदीवारी और पाठ्यपुस्तक से आगे बढ़कर विद्यार्थियों को व्यवहारिक जीवन ज्ञान प्रदान कर रहे हैं।
मुख्य अतिथि रायपुर जिले के एसएसपी डॉ. लाल उमेंद सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा –
> “आज शिक्षकों की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है अपने विद्यार्थियों को नशे के चंगुल से बचाना। जिस तरह पुलिस विभाग नशा-मुक्त छत्तीसगढ़ के लिए अभियान चला रहा है, उसी तरह शिक्षक भी समाज में जागरूकता फैलाने का बीड़ा उठाएं।”

कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ निर्माण के भगीरथी डॉ. उदयभान सिंह चौहान ने उपस्थित शिक्षकों और अतिथियों को नशामुक्त समाज का संकल्प दिलाया।
पॉजिटिव हेल्थ जोन के डायरेक्टर डॉ. अनिल गुप्ता ने प्रायोगिक प्रदर्शन द्वारा समझाया कि नशा किस प्रकार व्यक्ति के औरिक फील्ड और प्राणिक ऊर्जा को क्षीण करता है।
गणेश आई फाउंडेशन के अरुण सिंह ने संस्था द्वारा चलाए जा रहे निशुल्क कार्यक्रमों की जानकारी दी और सिंघवी ने नेत्रदान के महत्व पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम के संयोजक एवं लाईफ वर्सिटी के संपादक डॉ. नरेंद्र पाण्डेय ने सभी शिक्षकों को सम्मानित करते हुए कहा –
> “आज हम उन सभी गुरुओं को याद कर रहे हैं जिनका प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष प्रभाव हमारे जीवन के विकास पर पड़ा। कुछ हमें याद हैं, कुछ नहीं, लेकिन सभी ने हमें व्यवहार और जीवन जीने की कला सिखाई है।”
समारोह में बच्चों द्वारा प्रस्तुत गणेश वंदना और महिषासुर मर्दिनी पर योग-नृत्य ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। बालिकाओं द्वारा गाए गए “अरपा पैरी के धार” गीत को उपस्थित अतिथियों ने खूब सराहा। कार्यक्रम में महेश और शोभा श्रीवास्तव तथा धनगर की कविताओं ने भी श्रोताओं को भावविभोर कर दिया।

पूरा आयोजन शिक्षा, संस्कृति और समाज के बीच सेतु बनाने का सशक्त प्रयास बनकर उभरा।
