दुर्ग पुलिस की कार्रवाई, अंजोरा वेटनरी कॉलेज क्वार्टर में बनाया गया था ठगी का अड्डा
दुर्ग, 7 सितम्बर 2025।
सरकारी नौकरी का झांसा देकर 70 लाख रुपये की ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने पिता-पुत्र को गिरफ्तार किया है। ठगों ने अंजोरा स्थित सरकारी वेटनरी कॉलेज के स्टाफ क्वार्टर में बुलाकर 12 लोगों को शिकार बनाया था।
मामले में मुख्य आरोपी भेषराम देशमुख (62 वर्ष) और उसका बेटा रविकांत देशमुख (32 वर्ष) को पुलिस ने दुर्ग बस स्टैंड से दबोचा, जबकि तीसरा साथी अरुण मेश्राम (राजनांदगांव निवासी) फरार है।
जानकारी के अनुसार, बालोद जिले के ग्राम चीरचार निवासी संतराम देशमुख (54 वर्ष) ने 2 जुलाई को रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि आरोपियों ने मंत्रालय में नौकरी दिलाने का लालच देकर उनसे 5 लाख रुपये नकद लिए, लेकिन न तो नियुक्ति पत्र मिला और न ही नौकरी।
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि आरोपियों ने अब तक करीब 70 लाख रुपये की ठगी की है। इसमें से पिता-पुत्र ने अपने हिस्से के लगभग 20 लाख रुपये रखे, जिनमें से 12 लाख रुपये से ग्राम कुथरेल में प्लॉट खरीदा गया। शेष रकम खर्च कर दी गई।
गिरफ्तार आरोपियों से पुलिस ने प्लॉट की रजिस्ट्री, बैंक पासबुक और डायरी जब्त की है। वहीं फरार आरोपी अरुण मेश्राम की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।
