संवाददाता, सौरभ साहू ब्यूरो चीफ N भारत न्यूज
लोकेशन – अम्बिकापुर, जिला सरगुजा (छत्तीसगढ़)
अम्बिकापुर। युवा कांग्रेस प्रदेश महासचिव विष्णु सिंह देव ने भाजपा द्वारा गठित “रामगढ़ पर्वत अध्ययन समिति” को राजनीतिक स्टंट करार दिया है। उन्होंने कहा कि अदानी समूह की कोयला खदानों से रामगढ़ पहाड़ी को लगातार नुकसान पहुँचने की शिकायतें मिलती रही हैं। स्थानीय ग्रामीणों का भी कहना है कि ब्लास्टिंग से पहाड़ी की संरचना में दरारें पड़ रही हैं और भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है।
भाजपा ने इस विषय में पूर्व विधायक शिवरतन शर्मा (संयोजक), सांसद रेणुका सिंह और प्रदेश महामंत्री अभिलेश सोनी को समिति सदस्य बनाया है। लेकिन इसमें न तो कोई पर्यावरण विशेषज्ञ है और न ही पुरातत्वविद् या खनन इंजीनियर। विष्णु सिंह देव का कहना है कि इससे स्पष्ट है कि भाजपा आरोपों को दबाने और जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने कहा कि समिति का गठन ही इस बात का सबूत है कि नुकसान के आरोप सही हैं और भाजपा भी इसे परोक्ष रूप से स्वीकार कर रही है।
गौरतलब है कि रामगढ़ पहाड़ी में प्राचीन गुफाएं और शिलालेख मौजूद हैं, जिन्हें सांस्कृतिक धरोहर माना जाता है। पास ही अदानी की परसा ईस्ट–केते बसान (पीईकेबी) खदान स्थित है। एनजीटी ने पहले इसकी पर्यावरणीय मंजूरी रद्द की थी, लेकिन केंद्र सरकार ने इसे बहाल कर दिया। जून 2025 में पेड़ कटाई और ब्लास्टिंग को लेकर हसदेव अरण्य क्षेत्र में भी विरोध हुआ था।
पर्यावरणविदों ने चेताया है कि इस तरह की गतिविधियाँ जैव विविधता और धरोहर दोनों को भारी नुकसान पहुँचा रही हैं। कांग्रेस नेताओं ने जनता से अपील की है कि वे सतर्क रहें और अपनी धरोहर बचाने की आवाज बुलंद करें।
