संवाददाता: सौरभ साहू
स्थान: अम्बिकापुर, जिला सरगुजा (छत्तीसगढ़)
भारतीय जनता पार्टी और चुनाव आयोग पर मतदाता सूची में धांधली और जनता के वोट चुराने के गंभीर आरोप लगाते हुए कांग्रेस पार्टी ने देशभर में चरणबद्ध आंदोलन की घोषणा की है। इसी कड़ी में सरगुजा जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा अम्बिकापुर में गुरुवार रात 8 बजे एक भव्य मशाल एवं कैंडल रैली निकाली गई, जिसमें “वोट चोर गद्दी छोड़ो” के नारों से अम्बिकापुर की सड़कों पर जबरदस्त गूंज सुनाई दी।

रैली का नेतृत्व जरीता लैतफलांग ने किया
यह रैली राजीव भवन से प्रारंभ होकर महामाया चौक तक निकाली गई, जिसका नेतृत्व अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की सचिव और छत्तीसगढ़ कांग्रेस की सहप्रभारी सुश्री जरीता लैतफलांग ने किया। उन्होंने इस मौके पर कहा कि यह आंदोलन आम मतदाता के अधिकार की लड़ाई है, जिसे भाजपा और चुनाव आयोग की मिलीभगत से छीना जा रहा है।
राहुल गांधी के आरोपों से शुरू हुआ देशव्यापी आंदोलन
रैली के दौरान कांग्रेस नेताओं ने कहा कि हाल ही में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री राहुल गांधी ने यह उजागर किया कि चुनाव आयोग किस प्रकार मतदाता सूची में गड़बड़ी कर भाजपा को लाभ पहुंचा रहा है। इसके विरोध में कांग्रेस ने पूरे देश में चरणबद्ध आंदोलन की घोषणा की है, जिसका पहला चरण 14 अगस्त को कैंडल और मशाल मार्च के रूप में आयोजित हुआ।
भाजपा-चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप
रैली की समाप्ति पर प्रेस को संबोधित करते हुए सुश्री जरीता लैतफलांग ने कहा:
“मतदाता सूची की शुद्धता के नाम पर चल रहा अभियान पूरी तरह से दिखावा है। बिहार में डोनाल्ड ट्रंप के नाम की एंट्री से लेकर जीवित लोगों को मृतक बताकर नाम हटाने जैसी घटनाएं इस प्रक्रिया की पोल खोलती हैं।”
उन्होंने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए कहा कि अब यह संस्था भाजपा की सहयोगी इकाई बनती जा रही है।
नेताओं के तीखे बयान
- श्री आदित्येश्वर शरण सिंहदेव ने कहा:
“राहुल गांधी द्वारा प्रस्तुत तथ्य साबित करते हैं कि चुनाव आयोग पारदर्शिता से काम नहीं कर रहा है। यह लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा है।”
- पूर्व केबिनेट मंत्री अमरजीत भगत बोले:
“भाजपा चुनाव आयोग की मिलीभगत से वोट चोरी कर सत्ता में बनी हुई है। आज की केंद्र सरकार भी एक वोट चोरी की सरकार है।”
- जिला कांग्रेस अध्यक्ष श्री बालकृष्ण पाठक ने कहा:
“चुनाव आयोग से सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को हटाकर मोदी सरकार ने साफ कर दिया कि वह निष्पक्ष चुनाव नहीं चाहती। हम सरगुजा जिले में मतदाता सूची की जांच कर रहे हैं और जल्द ही भारी गड़बड़ियों का खुलासा किया जाएगा।”
रैली में व्यापक सहभागिता
इस रैली में सैकड़ों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता, पदाधिकारी और फ्रंटल संगठनों के सदस्य शामिल हुए। जिनमें जिला, ब्लॉक और मंडल स्तर के नेता, महिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस, किसान कांग्रेस, पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति-जनजाति प्रकोष्ठ, अल्पसंख्यक विभाग, प्रोफेशनल कांग्रेस, इंटक, सेवा दल एवं मीडिया विभाग के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
निष्कर्ष:
कांग्रेस पार्टी के इस विरोध प्रदर्शन ने एक बार फिर यह दर्शा दिया कि 2024 के बाद का राजनीतिक माहौल केवल सत्ता की लड़ाई नहीं, बल्कि लोकतंत्र की आत्मा बचाने की लड़ाई में बदल चुका है। सरगुजा में मशालें सिर्फ हाथों में नहीं थीं, बल्कि लोकतांत्रिक चेतना की लौ बनकर जल रही थीं।
