संवाददाता: सौरभ साहू
स्थान: थाना चरचा, जिला कोरिया, छत्तीसगढ़
जिला कोरिया के चरचा थाना क्षेत्र में हुई चोरी की एक बड़ी घटना का पुलिस ने मात्र 48 घंटे के भीतर खुलासा कर दिया है। चोरी की वारदात में शामिल आरोपी को गिरफ्तार कर उससे मोटरसाइकिल, गैस सिलेंडर और नगदी रकम भी बरामद कर ली गई है।
घटना का विवरण
दिनांक 14 अगस्त 2025 को व्हीटीसी कॉलोनी, चरचा निवासी माया सिंह (उम्र 55 वर्ष) ने थाना चरचा में मौखिक रिपोर्ट दर्ज कराई कि वह रोज़ाना की तरह खदान ड्यूटी पर जाने से पहले घर में ताला लगाकर गई थी। दोपहर 2 बजे जब वह घर लौटी तो देखा कि दरवाजे का ताला टूटा हुआ है और घर से उसकी मोटरसाइकिल (एचएफ डीलक्स, नंबर MP 65 MA 8909), एचपी गैस सिलेंडर और बिस्तर के नीचे रखी 4000 रुपये की नकदी चोरी हो चुकी है। चोरी गई सम्पत्ति की कुल अनुमानित कीमत लगभग ₹39,000 आंकी गई।
त्वरित कार्रवाई और पुलिस की सतर्कता
घटना की गंभीरता को देखते हुए थाना चरचा में अपराध क्रमांक 159/2025, धारा 331(3), 305(ए) भारतीय न्याय संहिता के अंतर्गत मामला पंजीबद्ध कर त्वरित जांच प्रारंभ की गई।
थाना प्रभारी श्री प्रमोद पाण्डे के नेतृत्व में पुलिस टीम ने संभावित संदिग्धों की पहचान और पूछताछ शुरू की। इसी दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि एक व्यक्ति चोरी की मोटरसाइकिल बेचने के लिए चेरहापारा क्षेत्र में ग्राहक तलाश रहा है।
चेरहापारा से हुई गिरफ्तारी
सूचना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने घेराबंदी कर एक संदिग्ध को पकड़ा। पूछताछ में उसने अपना नाम संतोष कुमार उर्फ मोहन रेड्डी (उम्र 33 वर्ष), निवासी पश्चिमी नेपाल गेट, चरचा बताया। कड़ी पूछताछ पर आरोपी ने चोरी की घटना को स्वीकार किया।
पुलिस ने चोरी की गई मोटरसाइकिल आरोपी के कब्जे से बरामद की। आरोपी की निशानदेही पर एचपी गैस सिलेंडर को चेरहापारा की झाड़ियों से भी बरामद किया गया। वहीं 4000 रुपये नकदी में से 1000 रुपये पुलिस ने जब्त किए, जबकि बाकी रकम आरोपी ने खर्च कर देने की बात कबूली।
टीम की मेहनत और प्रशासनिक नेतृत्व का असर
इस पूरे ऑपरेशन में पुलिस अधीक्षक श्री रवि कुर्रे के सशक्त निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री पंकज पटेल तथा एसडीओपी श्री राजेश साहू के मार्गदर्शन की महत्वपूर्ण भूमिका रही। उनके नेतृत्व में थाना प्रभारी प्रमोद पाण्डे, उपनिरीक्षक अनिल सोनवानी, प्रधान आरक्षक अमित त्रिपाठी व बृजेश सिंह, सैनिक सतीश सिंह एवं रविदास की टीम ने मुस्तैदी और टीम भावना के साथ कार्य कर 48 घंटे में इस केस का सफलतापूर्वक खुलासा किया।
