N भारत न्यूज | रायपुर
वन मंत्री केदार कश्यप पर कांग्रेस अध्यक्ष का तीखा हमला
रायपुर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने वन मंत्री केदार कश्यप पर तीखा हमला बोलते हुए उन्हें बस्तर की समृद्धि, संस्कृति और संसाधनों को बेचने का गुनहगार बताया। बैज ने कहा कि जब भी कोई आदिवासी विकास और सम्मान की बात करता है, तब भाजपा नेताओं को पीड़ा होती है। राहुल गांधी जब आदिवासी नेतृत्व को आगे बढ़ाने की बात करते हैं, तो भाजपा नेता विचलित हो जाते हैं।
बैज ने आरोप लगाया कि भाजपा और आरएसएस की विचारधारा आदिवासियों को “वनवासी” कहती है, ताकि उनकी सांस्कृतिक पहचान को मिटाया जा सके।
उन्होंने वन मंत्री से जनता के प्रति जवाबदेही तय करने की मांग करते हुए कई गंभीर सवाल खड़े किए—
- 16 साल मंत्री रहते आपने आदिवासियों के लिए क्या किया?
- 3500 स्कूल आपकी सरकार ने बंद किए थे, अब 10463 स्कूलों की हालत क्या है?
- हजारों आदिवासियों को फर्जी नक्सली केस में जेल भेजा गया, तब आप कहां थे?
- फर्जी एनकाउंटर पर आपकी चुप्पी क्यों थी?
- बैलाडीला, कांकेर और बीजापुर की खदानें निजी कंपनियों को बेच दी गईं, आपने कुछ क्यों नहीं कहा?
- हसदेव और तमनार में जंगलों की कटाई पर बतौर वन मंत्री आपकी चुप्पी क्यों है?
- बोधघाट परियोजना से उजड़ने वाले 42 गांवों का क्या होगा?
- बीजापुर में मारे गए रसोइया महेश कुडियाम के लिए आपकी सरकार क्या कर रही है?
- शहीद महेन्द्र कर्मा बीमा योजना को बंद क्यों किया गया?
- तेंदूपत्ता संग्राहकों को जूता-चप्पल बांटने के बजाय खाते में पैसा क्यों नहीं दिया जाता?
- लोहांडीगुड़ा में आदिवासियों की जमीन टाटा को देने के बाद उद्योग क्यों नहीं लगा?
- पेसा कानून का उल्लंघन और ग्राम सभाओं की उपेक्षा पर आपकी सरकार मौन क्यों है?
दीपक बैज ने चुनौती देते हुए कहा, “अगर आप कहते हैं कि आदिवासी विकास हुआ है, तो हसदेव, तमनार, बैलाडीला, बीजापुर और बोधघाट चलिए। वहां के आदिवासियों से मिलिए, सच खुद-ब-खुद सामने आ जाएगा।”
उन्होंने कहा कि भाजपा ने बस्तर की अस्मिता और अधिकारों का सौदा किया है, जिसे कांग्रेस अब और नहीं सहने देगी।
रिपोर्ट: N भारत न्यूज डेस्क
