आशु वर्मा / , N Bharat News
तिल्दा-नेवरा।
प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम योजना (PMFME) के अंतर्गत उद्योग एवं सहकारिता विभाग द्वारा एक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर की अध्यक्षता उद्योग विभाग के सभापति देवव्रत शर्मा ने की। कार्यक्रम में जिला उद्योग केंद्र रायपुर के सहायक संचालक, डीआरपी और उनकी टीम, ग्रामीण क्षेत्र के उद्यमी, महिला स्वसहायता समूहों की सदस्याएं एवं अन्य स्थानीय लोग उपस्थित रहे।
सभापति देवव्रत शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि यह योजना प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की एक महत्वाकांक्षी पहल है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों के पारंपरिक खाद्य प्रसंस्करण कार्यों को संगठित और व्यावसायिक रूप देना है। उन्होंने कहा,
“हमारे तिल्दा जनपद में अनेक लोग अचार, पापड़, मसाला, नमकीन, महुआ, चावल और दलिया जैसे खाद्य पदार्थों के पारंपरिक निर्माण से जुड़े हैं। अब समय आ गया है कि इन कार्यों को तकनीकी और ब्रांडेड व्यवसाय का स्वरूप दिया जाए।”
शिविर के माध्यम से लोगों को पीएमएफएमई योजना की विस्तृत जानकारी दी गई। योजना के तहत मिलने वाले लाभ जैसे कि सरल एवं सब्सिडी युक्त ऋण, तकनीकी प्रशिक्षण, ब्रांडिंग-पैकेजिंग में सहायता और विपणन के लिए मार्गदर्शन के बारे में विस्तार से बताया गया।
अधिकारियों ने बताया कि यह योजना न केवल ग्रामीण महिलाओं और स्वसहायता समूहों को आत्मनिर्भर बनाएगी, बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार भी उत्पन्न करेगी, जिससे लोगों को बाहर पलायन नहीं करना पड़ेगा।
शिविर में आए प्रतिभागियों ने योजना को लेकर उत्साह और रुचि दिखाई। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य था कि अधिक से अधिक लोग योजना से जुड़कर अपने पारंपरिक कार्य को व्यवसायिक स्तर पर ले जाएं और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करें।
📌 प्रमुख बिंदु:
- आयोजन स्थल: तिल्दा-नेवरा
- आयोजनकर्ता: उद्योग एवं सहकारिता विभाग
- योजना: प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम योजना (PMFME)
- उद्देश्य: ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देना
- लाभार्थी: महिला स्वसहायता समूह, पारंपरिक खाद्य उद्यमी, व्यक्तिगत कारोबारी
- लाभ: सब्सिडी युक्त ऋण, तकनीकी प्रशिक्षण, ब्रांडिंग, मार्केटिंग सहयोग
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