प्रदेशभर में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त
📍 रायपुर/कोरबा/बिलासपुर/राजनांदगांव से रिपोर्ट
🗓️ 07 जुलाई 2025 |
छत्तीसगढ़ में मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है और इसका असर अब हर जिले में देखने को मिल रहा है। कोरबा जिले में बाढ़ के पानी में फंसे 17 लोगों को रविवार शाम सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया। इनमें महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग शामिल थे। ये सभी ढुकुपथरा और लब्दापारा गांव के रहने वाले हैं, जो खेती का काम करने खेतों में गए थे। अचानक नदी में आई बाढ़ से वे फंस गए थे।
🚨 [रेड अलर्ट जारी]
मौसम विभाग ने रायपुर, दुर्ग, महासमुंद, बलौदाबाजार, गरियाबंद, धमतरी, बालोद, बेमेतरा और कबीरधाम जिले के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं बिलासपुर और बस्तर संभाग के जिलों में यलो अलर्ट घोषित किया गया है।
🚧 [हालात बिगड़ रहे]
बारिश के कारण रायपुर समेत कई शहरों में जलभराव की स्थिति है। सड़कों पर नालियों का गंदा पानी बह रहा है। रायपुर में स्कूल जाते बच्चों को जलमग्न गलियों से गुजरते देखा गया।
🌊 [बिलासपुर में बाढ़ जैसे हालात]
बिलासपुर में रविवार को हुई तेज बारिश से अरपा नदी उफान पर है। शहर के निचले इलाकों — जैसे पुराना बस स्टैंड, मिशन अस्पताल रोड, सरकंडा — जलमग्न हो गए हैं। घरों में पानी घुसने लगा है और लोग घरों में कैद होकर रह गए हैं। नगर निगम के जलभराव रोकने के दावे फेल हो चुके हैं।
🏘️ [सरगुजा में कॉलोनियां डूबीं]
सरगुजा में पॉश कॉलोनियों से लेकर निचली बस्तियों तक पानी भर गया है। अंबिकापुर के कुंडला सिटी में दो से तीन फीट पानी भर गया, जिससे कई गाड़ियाँ आधी डूब गईं।
🌾 [राजनांदगांव में सूखा]
दूसरी ओर, राजनांदगांव जिले में सामान्य से 60% कम बारिश हुई है। अब तक औसतन 214 मिमी बारिश होनी थी, लेकिन केवल 94 मिमी ही दर्ज की गई। इससे खरीफ फसल की बुवाई पर असर पड़ा है, केवल 55% क्षेत्र में ही बुवाई हो पाई है।
