📰 ग्राम सांकरा में इस्पात संयंत्र का जबरदस्त विरोध, जनसुनवाई में गूंजे ‘कंपनी वापस जाओ’ के नारे
✍️ अर्चना वर्मा / ब्यूरो चीफ – बलौदाबाजार
तिल्दा-नेवरा/27 जून:
तिल्दा ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत सांकरा में प्रस्तावित श्री नाकोड़ा इस्पात एंड पावर प्राइवेट लिमिटेड के संयंत्र को लेकर शुक्रवार को आयोजित जनसुनवाई भारी विरोध की भेंट चढ़ गई। जनसुनवाई में शामिल हजारों ग्रामीणों ने एकजुट होकर संयंत्र स्थापना के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और इस परियोजना को पूरी तरह खारिज कर दिया।
ग्राम सांकरा, लखना सहित आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में ग्रामीण तिरंगा झंडा और बैनर के साथ विरोध प्रदर्शन के लिए पहुंचे। ग्रामीणों ने कहा कि परियोजना से उन्हें किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं दी गई है और यह सब कुछ बिना सहमति के तय किया जा रहा है, जो लोकतांत्रिक प्रक्रिया के खिलाफ है।
ग्रामीणों का सीधा संदेश – “किसी भी कीमत पर प्लांट नहीं चाहिए”
प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि अगर उनकी अनसुनी की गई तो वे सुप्रीम कोर्ट तक कानूनी लड़ाई लड़ेंगे और जरूरत पड़ी तो चक्का जाम व भूख हड़ताल जैसे उग्र कदम भी उठाएंगे।
महिलाओं की भी बड़ी भागीदारी
इस विरोध प्रदर्शन में महिलाओं, युवाओं, जनप्रतिनिधियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की भागीदारी उल्लेखनीय रही। महिलाएं विशेष रूप से अपने जलस्रोत, खेती-किसानी और बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित नजर आईं।
सहमति पत्र पर उठे सवाल
विरोध के बीच यह खुलासा भी हुआ कि कुछ लोगों ने गुपचुप तरीके से संयंत्र के समर्थन में सहमति पत्र दिए हैं, जिससे आक्रोश और भड़क उठा। ग्रामीणों ने इस प्रक्रिया को गैर-पारदर्शी करार देते हुए तत्काल रद्द करने की मांग की।
प्रमुख मांगें
- ग्रामसभा की पारदर्शी स्वीकृति के बिना कोई उद्योग न लगे
- पर्यावरणीय प्रभाव आंकलन सार्वजनिक हो
- स्थानीय लोगों के लिए स्थायी रोजगार की गारंटी
- स्वास्थ्य और जल स्रोतों की सुरक्षा के उपाय सुनिश्चित हों
अब निगाहें प्रशासन पर
ग्राम पंचायत सांकरा और आसपास के क्षेत्रों में इस जनसुनवाई के बाद उद्योग स्थापना को लेकर बहस तेज हो गई है। अब देखना यह है कि प्रशासन और पर्यावरण विभाग जनभावनाओं को किस हद तक तवज्जो देते हैं।
