N.भारत, छत्तीसगढ़ सरकार ने लॉन्च किया ‘एमएलए लैड्स पोर्टल’, विधायक निधि के कार्यों पर पारदर्शी निगरानी शुरू
रायपुर | 15 मई — छत्तीसगढ़ सरकार ने विधायकों की निधि से स्वीकृत कार्यों की निगरानी और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से ‘एमएलए लैड्स पोर्टल’ की शुरुआत की है। यह पोर्टल केंद्र सरकार के एमपी लैड्स पोर्टल की तर्ज पर विकसित किया गया है और फिलहाल इसे रायपुर जिले के सात विधानसभा क्षेत्रों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लागू किया गया है।
इस नई व्यवस्था के तहत अब विधायक अपनी निधि से होने वाले कार्यों की ऑनलाइन अनुशंसा कर सकते हैं, जिसकी प्रक्रिया को पूरी तरह डिजिटल किया गया है। पोर्टल के जरिए अब तक सात विधायकों द्वारा कुल 74 कार्यों की अनुशंसा की गई है। हैरानी की बात यह है कि इनमें से 60 अनुशंसाएं अकेले रायपुर पश्चिम के विधायक राजेश मूणत ने की हैं, जबकि शेष छह विधायकों की ओर से केवल 14 कार्यों की अनुशंसा आई है।
अन्य विधायकों की अनुशंसा और स्वीकृति राशि:
- इंद्रकुमार साहू (अभनपुर) – 7 कार्य | ₹35 लाख
- मोतीलाल साहू (रायपुर ग्रामीण) – 3 कार्य | ₹26.60 लाख
- अनुज शर्मा (धरसींवा) – 1 कार्य | ₹10 लाख
- पुरंदर मिश्रा (रायपुर उत्तर) – 1 कार्य | ₹10 लाख
- सुनील सोनी (रायपुर दक्षिण) – 1 कार्य | ₹9 लाख
- गुरु खुशवंत साहेब (आरंग) – 1 कार्य | ₹3 लाख
मूणत सबसे आगे क्यों?
सूत्रों के अनुसार, विधायक राजेश मूणत द्वारा अनुशंसित 60 कार्यों में से अधिकांश कार्य स्कूलों में शुद्ध एवं ठंडा पेयजल उपलब्ध कराने के लिए वाटर कूलर की खरीदी से संबंधित हैं। वहीं अन्य विधायकों की प्राथमिकता सामुदायिक भवन निर्माण जैसे विकास कार्यों पर केंद्रित रही है।
एमएलए लैड्स पोर्टल की प्रमुख विशेषताएं:
- विधायक निधि से जुड़ी पूरी पारदर्शिता
- ऑनलाइन अनुशंसा एवं स्वीकृति प्रक्रिया
- दो किस्तों में भुगतान – कार्य आरंभ पर पहली और पूर्ण होने पर दूसरी
- प्रगति रिपोर्ट का पोर्टल पर अपलोड अनिवार्य
- निर्माण एजेंसियों के लिए लॉगिन सिस्टम
- टेंडर प्रक्रिया भी पोर्टल से ही नियंत्रित
रायपुर जिले की योजना एवं सांख्यिकी विभाग की उपसंचालक प्राची मिश्रा ने बताया कि पोर्टल शुरू होने के बाद पहले ही महीने में 70 से अधिक कार्यों की अनुशंसा की गई है। इस पायलट प्रोजेक्ट की सफलता के बाद इसे राज्यभर में लागू करने की योजना है।
निष्कर्ष:
एमएलए लैड्स पोर्टल न केवल विधायकों के कार्यों में पारदर्शिता और जवाबदेही को सुनिश्चित कर रहा है, बल्कि विधायक निधि के प्रभावी और योजनाबद्ध उपयोग का उदाहरण भी प्रस्तुत कर रहा है। राजेश मूणत की अग्रणी भूमिका यह दर्शाती है कि तकनीक के माध्यम से जनहित के कार्यों में न केवल गति लाई जा सकती है, बल्कि जनता का विश्वास भी मजबूत किया जा सकता है।
