भिलाई, 14 मई 2025। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में गठित स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने अवैध अप्रवासियों के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई करते हुए एक बांग्लादेशी महिला पन्ना बीबी को गिरफ्तार किया है। महिला लगभग दो वर्षों से भिलाई के सुपेला क्षेत्र में फर्जी पहचान के साथ निवास कर रही थी।
जानकारी के अनुसार, पन्ना बीबी ने अपनी असली पहचान छिपाकर अंजली सिंह उर्फ काकोली घोष के नाम से सुपेला के नेहरू रोड स्थित सूरज साव के मकान में किराए पर रहना शुरू किया था। महिला ने आधार कार्ड सहित कई फर्जी दस्तावेज तैयार किए थे, जिनका उपयोग इलाज कराने में भी किया गया।
एसटीएफ को मिली गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए महिला से पूछताछ की गई, जिसमें पहले उसने खुद को पूर्वी दिल्ली, नांगलोई निवासी अंजली सिंह बताया। लेकिन सघन पूछताछ में महिला ने स्वीकार किया कि वह पन्ना बीबी है, पिता का नाम अब्दुल रौफ है, और वह मूल रूप से जिला खुलना, बांग्लादेश की निवासी है।
जांच में यह भी सामने आया कि पन्ना बीबी ने लगभग 8 वर्ष पूर्व भारत-बांग्लादेश सीमा के बोन्गांव-पेट्रोपोल बॉर्डर से अवैध रूप से प्रवेश किया था। पहले वह कोलकाता के सोनागाछी इलाके में पांच वर्षों तक रही, फिर एक वर्ष दिल्ली में बिताया, और बाद में भिलाई आकर रहना शुरू किया। इस दौरान वह कई बार सीमा पार कर बांग्लादेश भी गई।
महिला द्वारा प्रस्तुत आधार कार्ड में फर्जी पहचान, अस्पष्ट फोटो और अस्पताल में झूठी जानकारी देकर इलाज करवाने की बात भी सामने आई है। उसके खिलाफ विदेशी नागरिक विषयक अधिनियम 1946, भारतीय पासपोर्ट अधिनियम 1920 तथा भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराओं 318, 319, 336(3) के तहत मामला दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी गई है।
इसके अलावा, महिला को किराए पर मकान देने वाले मकान मालिक सूरज साव के विरुद्ध भी कानूनी कार्रवाई की जा रही है, क्योंकि उन्होंने किरायेदार के संबंध में पुलिस को कोई सूचना नहीं दी और पहचान छिपाने में सहयोग किया।
इस महत्वपूर्ण कार्रवाई में एसटीएफ प्रभारी नगर पुलिस अधीक्षक सत्य प्रकाश तिवारी, निरीक्षक विजय यादव (थाना प्रभारी सुपेला), उप निरीक्षक रमेश सिन्हा, पंकज चतुर्वेदी और संतोष गुप्ता की विशेष भूमिका रही।
