स्थान – रायगढ़ (छ.ग.)
दिनांक – 04 अक्टूबर 2025
रायगढ़। घरघोड़ा थाना क्षेत्र के रायकेरा गांव में हुए सनसनीखेज दोहरे हत्याकांड का पुलिस ने मात्र 24 घंटे के भीतर खुलासा कर दिया। वारदात को अंजाम देने वाले मृतक घुराउ सिदार के बेटे रविशंकर सिदार और उसके साथी रामप्रसाद सिदार को गिरफ्तार किया गया है।
जांच में सामने आया कि एनटीपीसी मुआवजा राशि के बंटवारे को लेकर चल रहे पुराने विवाद के चलते यह हत्या की गई थी।
◼ पुलिस की त्वरित और सराहनीय कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के निर्देशन, एसडीओपी धरमजयगढ़ सिद्धांत तिवारी के मार्गदर्शन और थाना प्रभारी निरीक्षक कुमार गौरव के नेतृत्व में पुलिस टीम ने इस अंधे कत्ल की गुत्थी को बेहद कुशलता से सुलझाया।
टीआई कुमार गौरव की सूझबूझ, त्वरित निर्णय क्षमता और समर्पित टीमवर्क की बदौलत पुलिस ने 24 घंटे से भी कम समय में आरोपियों तक पहुंच बनाई। स्थानीय सूत्रों, तकनीकी विश्लेषण और गहन पूछताछ के बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
◼ घटना का विवरण
3 अक्टूबर को ग्राम रायकेरा के कोटवार सकिर्तन राठिया ने पुलिस को सूचना दी थी कि गांव के घुराउ राम सिदार (55) और उनकी नानी सुकमेत सिदार (70) का शव घर की परछी में पड़ा है।
दोनों की गला घोंटकर हत्या की गई थी। घटना की सूचना मिलते ही एसडीओपी, एफएसएल टीम और घरघोड़ा पुलिस मौके पर पहुंची। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत का कारण गला दबाना और मारपीट पाया गया।
◼ मुआवजा राशि बना विवाद का कारण
पुलिस जांच में पता चला कि मृतक और आरोपी रामप्रसाद सिदार के बीच एनटीपीसी मुआवजा राशि को लेकर विवाद चल रहा था। इसी विवाद को लेकर रविशंकर सिदार कई बार अपने पिता से उलझ चुका था।
2 अक्टूबर की शाम रविशंकर ने रामप्रसाद सिदार के उकसावे पर अपने पिता की रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी। विरोध करने पर सुखमेत सिदार (नानी) की भी हत्या कर दी गई।
◼ पुलिस ने बरामद किए साक्ष्य
आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने घटना में प्रयुक्त रस्सी बरामद कर ली है। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।
थाना प्रभारी निरीक्षक कुमार गौरव और उनकी टीम की तेज कार्रवाई, विवेकपूर्ण जांच और निष्पक्ष कार्यशैली की पूरे क्षेत्र में सराहना की जा रही है। स्थानीय नागरिकों ने भी पुलिस की तत्परता की प्रशंसा की है।
