बीजापुर में नक्सल संगठन को बड़ा झटका
लोकेशन – बीजापुर
दिनांक – 02 अक्टूबर 2025
मुख्यधारा में लौटने वाले इन सभी नक्सलियों पर कुल ₹1 करोड़ 6 लाख 30 हजार का इनाम घोषित था। आत्मसमर्पण करने वाले सभी को शासन की पुनर्वास नीति के तहत ₹50-50 हजार का चेक प्रोत्साहन राशि स्वरूप दिया गया।
कई बड़े नक्सली नेता शामिल
सरेंडर करने वालों में संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी भी शामिल हैं –
- डीव्हीसीएम – 01, पीपीसीएम – 04, एसीएम – 04
- प्लाटून पार्टी सदस्य – 01, डीएकेएमएस अध्यक्ष – 03, सीएनएम अध्यक्ष – 04, केएएमएस अध्यक्ष – 02
- एरिया कमेटी पार्टी सदस्य – 05, मिलिशिया कमांडर/डिप्टी कमांडर – 05, जनताना सरकार अध्यक्ष – 04, पीएलजीए सदस्य – 01, सीएनएम सदस्य – 12
- जनताना सरकार उपाध्यक्ष – 04, डीएकेएमएस उपाध्यक्ष – 01, जनताना सरकार सदस्य – 22, मिलिशिया प्लाटून सदस्य – 23, जीपीसी – 02, डीएकेएमएस सदस्य – 04, भूमकाल मिलिशिया सदस्य – 01
इस तरह कुल 49 इनामी समेत 103 माओवादियों ने हथियार डाले।
आत्मसमर्पण का बड़ा आँकड़ा
- 01 जनवरी 2025 से अब तक 421 माओवादी गिरफ्तार, 410 ने आत्मसमर्पण, और 137 मारे गए।
- 01 जनवरी 2024 से अब तक 924 माओवादी गिरफ्तार, 599 ने आत्मसमर्पण, और 195 मारे गए।
आत्मसमर्पण के प्रमुख कारण
- विकास कार्यों की रफ्तार : सड़क, बिजली, स्वास्थ्य और शिक्षा की पहुँच बढ़ी।
- संगठन से मोहभंग : आंतरिक कलह, मतभेद और शीर्ष नेताओं की मौत से निराशा।
- अनिश्चित भविष्य : संगठन के भीतर शोषण और क्रूर व्यवहार से त्रस्त माओवादी।
- सुरक्षा बलों की सक्रियता : डीआरजी, बस्तर फाइटर, एसटीएफ और कोबरा सहित कई बलों की संयुक्त भूमिका।
- पुनर्वास नीति : शासन की नीति में प्रोत्साहन राशि, रोजगार व शिक्षा की गारंटी।
पुलिस अधीक्षक की अपील
बीजापुर एसपी डॉ. जितेंद्र कुमार यादव ने कहा कि –
“शासन की पुनर्वास नीति माओवादियों को आकर्षित कर रही है। आत्मसमर्पण करने वालों के परिवार चाहते हैं कि वे सामान्य जीवन जिएं। मैं सभी माओवादियों से अपील करता हूँ कि वे भ्रामक विचारधाराओं को त्यागकर निर्भय होकर समाज की मुख्यधारा में लौटें।”
