जगदलपुर। बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा एवं जनता कांग्रेस (जोगी) ने मंगलवार को बस्तर दशहरा समिति, जिला प्रशासन, बस्तर राजा कमल चंद भंज देव और क्षेत्रीय विधायक के नाम एसडीएम जगदलपुर को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में दो प्रमुख मांगें की गईं –
- खाद्यान्न घोटाले में संलिप्त संयुक्त राशन संचालकों, परिवहन संचालकों, नागरिक आपूर्ति निगम और राइस मिलर्स की संदिग्ध भूमिका की तत्काल जांच कर कठोर कार्रवाई की जाए।
- बस्तर दशहरा पर्व के दौरान आयोजित मीना बाजार में प्रवेश हेतु लिए जा रहे गेट पास को चार मुख्य दिनों में पूरी तरह निशुल्क किया जाए।
मुक्ति मोर्चा ने कहा कि बस्तर का दशहरा आस्था, परंपरा और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है। ऐसे में गेट पास से आम श्रद्धालुओं को असुविधा होती है, जबकि दशहरा के अवसर पर हजारों लोग बस्तर और आसपास के अंचलों से यहां पहुंचते हैं।
मुक्ति मोर्चा के प्रमुख संयोजक नवनीत चांद ने कहा कि आस्था और परंपरा की गरिमा बनाए रखते हुए मीना बाजार प्रवेश निशुल्क होना चाहिए। साथ ही भीड़-भाड़ को देखते हुए सुरक्षा नियमों का कड़ाई से पालन जरूरी है।
खाद्यान्न घोटाले पर श्री चांद ने कहा कि “इस मामले में खाद्य विभाग, नागरिक आपूर्ति निगम, परिवहन संचालकों, दुकान संचालकों और राइस मिलर्स की भूमिका संदिग्ध पाई गई है। दोषियों पर तुरंत निलंबन और कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए।”
ज्ञापन सौंपने के दौरान बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा एवं जनता कांग्रेस (जोगी) जगदलपुर मंडल के पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे। इनमें विधानसभा अध्यक्ष मेहताब सिंह, आकाश जॉन, अलका नादन, प्रिया यादव, निहारिका सिंह, संतोष सिंह, सुरेश नाग, धन सिंह बघेल, हिमांशु आनंद, रजनीश दास सहित अन्य कार्यकर्ता शामिल थे।
