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रायपुर। सिलतरा औद्योगिक क्षेत्र स्थित गोदावरी पावर एंड इस्पात प्लांट में हुए हादसे ने औद्योगिक सुरक्षा को लेकर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। हादसे में 6 मजदूरों की मौत हो गई, जबकि कई घायल बताए जा रहे हैं।
हादसा कैसे हुआ
प्लांट में उस समय उत्पादन कार्य चल रहा था और साथ ही बगल में दीवार निर्माण का काम भी किया जा रहा था। अचानक गरम लोहे को नियंत्रित करने वाला भारी ढांचा भरभराकर गिर पड़ा। तेज धमाके के बाद पूरा परिसर दहशत और भगदड़ में बदल गया।
घटनास्थल पर हालात
- फैक्ट्री प्रबंधन ने तुरंत मशीनें बंद कर दीं।
- एंबुलेंस और पुलिस मौके पर पहुंचीं।
- प्लांट परिसर को आम लोगों और मीडिया से पूरी तरह अलग-थलग कर दिया गया।
- मजदूरों को अलग-अलग गेट से बाहर निकाला गया।
अब किन बिंदुओं पर होगी जांच
औद्योगिक सुरक्षा एजेंसियों और जिला प्रशासन ने प्राथमिक तौर पर जांच के लिए कुछ बिंदु तय किए हैं:
- प्रोडक्शन और निर्माण कार्य एक साथ क्यों चल रहा था?
- सुरक्षा मानकों का पालन हुआ या नहीं?
- ढांचा गिरने के तकनीकी कारण क्या थे?
- क्या मजदूरों के लिए सेफ्टी गियर उपलब्ध था?
- घटना की वास्तविक जानकारी छिपाने की कोशिश तो नहीं हुई?
प्रशासन और पुलिस की कार्रवाई
एएसपी लखन पटले ने अपनी टीम के साथ प्लांट में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। जिला प्रशासन ने मृतकों के परिवार को उचित मुआवजा देने का आश्वासन दिया है। साथ ही औद्योगिक सुरक्षा निदेशालय की टीम भी मौके का निरीक्षण करेगी।।
